कितने इल्जाम अभी उठाने होंगे | बदनाम और कितने हमारे फसाने होंगे।
शहीदों के त्याग को हम, बदनाम नही होने देंगे, भारत की इस आजादी, की कभी शाम नही होने देंगे।
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे बची है जो 1 भी बूंद लहू की तब तक भारत का आँचल नीलाम ना होने देंगे